“घर घर आयुर्वेद- घर घर नाड़ी”
यह विचारधारा भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद के महत्व और इसकी प्राचीन विधाओं को आधुनिक समाज तक ले जाने की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अंतर्गत
“मेरा गुजरात – स्वस्थ गुजरात”
के मंत्र के साथ, गुजरात में नाड़ी परीक्षा की प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने का एक अनूठा प्रयास किया जा रहा है।
नाड़ी परीक्षा, आयुर्वेद में रोग निदान की एक पारंपरिक विधि है, जिसमें वैद्य रोगी की नाड़ी का अध्ययन करके विभिन्न प्रकार के रोगों का निदान करते हैं। इस कला को सीखने और इसे व्यवहारिक जीवन में उतारने के उद्देश्य से सूरत, गुजरात में एक तीन दिवसीय नाड़ी परीक्षा प्रैक्टिकल वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। यह वर्कशॉप नाड़ी वैद्य गुरुकुल के चेयरमैन, नाड़ी वैद्य अजीत सिंह यादव जी और सीईओ, नाड़ी वैद्य सलोनी यादव वशिष्ठ जी के मार्गदर्शन में आयोजित की जा रही है।
इस पहल का उद्देश्य सिर्फ आयुर्वेदिक ज्ञान को बढ़ाना ही नहीं है, बल्कि एक स्वस्थ भारत की ओर कदम बढ़ाना भी है।
“स्वस्थ भारत – श्रेष्ठ भारत”
के अभियान के अंतर्गत, इस वर्कशॉप में शामिल होकर, प्रतिभागी नाड़ी विज्ञान की गहराईयों को समझ सकेंगे और इस प्राचीन विद्या को आधुनिक समाज में नये सिरे से स्थापित कर सकने में अपना सहयोग दे सकते हैं।
यह वर्कशॉप न केवल आयुर्वेद के छात्रों के लिए, बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए भी खुली है, जो इस प्राचीन विज्ञान को सीखने में रुचि रखते हैं। इस पहल के माध्यम से, आयुर्वेद के प्रति जागरूकता और उत्साह को बढ़ाया जा सकता है, और एक स्वस्थ समाज की नींव रखी जा सकती है।
इस अनोखी यात्रा में भाग लेने के लिए, इच्छुक व्यक्ति नाड़ी वैद्य गुरूकुल प्रा.लि. से संपर्क कर सकते हैं। यह एक सुनहरा अवसर है नाड़ी विज्ञान की कला को सीखने और इसे अपने जीवन में उतारने का।
ज्यादा जानकारी के लिए सम्पर्क करें :-
नाड़ी वैद्य गुरूकुल प्रा.लि.
8950770385