संस्था के स्टाफ वेलनेस प्रोग्राम (Staff Wellness Program) से होने वाले लाभ























नाड़ी परीक्षण आधारित आहार, औषधि और योग दिनचर्या से रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।



















कमर दर्द, माइग्रेन, पाचन रोग, अनिद्रा, थकान जैसे आम कार्यस्थलीय रोगों में तेज सुधार।



















त्रिदोष संतुलन और ऋतुचर्या से Lifestyle Disorders पर सकारात्मक असर।





















प्राणायाम, मार्मा चिकित्सा, और नाड़ी चेतना योग से मन को गहराई से शांत किया जा सकता है।



















मानसिक स्पष्टता और कार्य में एकाग्रता बढ़ती है।



















बेहतर मनोदशा, गुस्से में कमी, सहयोग की भावना में वृद्धि।





















दिनभर थकान नहीं होती, सक्रियता बनी रहती है।



















छोटी-छोटी गलती में कमी और समय प्रबंधन में सुधार।



















Wellness routine से विलंब और काम टालने की प्रवृत्ति घटती है।





















सामूहिक योग, wellness challenges, detox programs से bonding बेहतर होती है।



















जब स्टाफ को लगे कि संस्था उनके स्वास्थ्य की परवाह करती है, तो वह लंबे समय तक जुड़ा रहता है।



















Happy & healthy employee = Loyal employee.





















कम बीमारी मतलब कम क्लेम्स और कम मेडिकल बजट।



















जब कोई बीमार नहीं होता तो अचानक replacement की जरूरत नहीं।



















हर कर्मचारी की कार्यक्षमता से संस्था की आय बढ़ती है।





















संस्था के सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी इंडेक्स में सुधार



















HR टीम को कर्मचारी संतुष्टि और retention का श्रेय मिलता है



















“People-Centric Company” के रूप में पहचान बनती है


कर्मचारी परिवार में भी आयुर्वेद और योग को अपनाता है
बच्चों, पत्नियों, माता-पिता को भी स्वास्थ्य लाभ मिलता है
Wellness के बीज समाज में रोपित होते हैं


“एक स्वस्थ कर्मचारी केवल एक अच्छा कामगार ही नहीं, बल्कि एक अच्छा नागरिक, अच्छा पिता/माता, और समाज का आधार बनता है।”
इसलिए स्टाफ वेलनेस प्रोग्राम – एक निवेश नहीं, बल्कि दीर्घकालिक संगठनात्मक समृद्धि की नींव है।